GEZE ने कोत दिव्वार में यूनिसेफ की परियोजनाओं में 1,00,000 यूरो का दान दिया है।

GEZE ने संवहनीय और सामाजिक परियोजनाओं को अपने समर्थन की परंपरा को जारी रखा है: दरवाजा, खिड़की और सुरक्षा तकनीक विशेषज्ञ GEZE का इस वर्ष का क्रिसमस दान कोत दिव्वार गणराज्य में यूनिसेफ की शिक्षा और संवहनीयता परियोजना को जा रहा है। कंपनी संवहनीय और रहने योग्य स्कूली इमारतों के निर्माण के लिए 1,00,000 यूरो का दान दे रही है, जिनका निर्माण पश्चिमी अफ्रीकी देश में पुनःचक्रित प्लास्टिक कचरे से किया जाएगा। इसके साथ GEZE ने अपने क्रिसमस दान के साथ ऐसी सामाजिक परियोजनाओं को समर्थन देने की अपनी परंपरा जारी रखी है, जो संवहनीयता पर केंद्रित होती हैं।

पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा और रहने योग्य भवन: GEZE अद्वितीय स्कूल निर्माण परियोजना का हिस्सा बना है

कोत दिव्वार के केंद्र में स्थित साकासू में पुनःचक्रित प्लास्टिक की ईंटों से निर्मित स्कूल में खेल के मैदान में बच्चे।

कोत दिव्वार के केंद्र में स्थित साकासू में पुनःचक्रित प्लास्टिक की ईंटों से निर्मित स्कूल में खेल के मैदान में बच्चे। © UNICEF/UN0616769/Dejongh

कोत दिव्वार में 16 लाख बच्चे स्कूल नहीं जाते। इसकी वजह से उनके पास शिक्षा प्राप्त करने के बेहद सीमित अवसर होते हैं। स्कूलों की संख्या पर्याप्त नहीं हैं और जो कुछ कक्षा उपलब्ध भी हैं, उनमें से प्रत्येक अक्सर 100 से अधिक विद्यार्थियों के साथ पूरी तरह भरी रहती है। इसके अतिरिक्त कोत दिव्वार कचरे की समस्या का भी सामना कर रहा है और अत्यधिक पर्यावरणीय प्रदूषण से जूझ रहा है। प्लास्टिक कचरे का एक बड़ा हिस्सा असुरक्षित भराव क्षेत्र में पहुंचता है और बच्चों और उनके परिवार के परिवेश को प्रदूषित करता है। लगातार इन हानिकारक पदार्थों के संपर्क में रहने वाले लोग गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से लेकर जानलेवा बीमारियों तक के शिकार हैं। 

एक कंपनी के तौर पर हमारा फ़ोकस रहने योग्य और संवहनीय भवनों की परिकल्पना को साकार करने पर है। यही वजह है कि यूनिसेफ की परियोजना हमारे लिए उपयुक्त है: पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा और रहने योग्य इमारतों के निर्माण की तिकड़ी पूरी तरह हमारे कंपनी सिद्धातों के अनुरूप है। यह एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसे हम एक पारिवारिक व्यवसाय के तौर पर पूर्ण समर्पण के साथ समर्थन दे रहे हैं।

Sandra Alber, Chief Officer Legal & Finance GEZE
कोट दिव्वार के दक्षिण में आबिदजान के एक उपनगर, योपूगोन में प्लास्टिक के ईंटों से एक स्कूल का निर्माण।

कोट दिव्वार के दक्षिण में आबिदजान के एक उपनगर, योपूगोन में प्लास्टिक के ईंटों से एक स्कूल का निर्माण। © UNICEF/UNI360067/Diarassouba

यूनिसेफ ने कोत दिव्वार में निर्माण और कचरे की समस्या के लिए नई और अनोखी अवधारणा विकसित की है। 2018 से यूनिसेफ पुनःचक्रित प्लास्टिक की ईंटों से संवहनीय और किफ़ायती स्कूली इमारतों का निर्माण कर रहा है। ईंटों का निर्माण कोत दिव्वार में ही एक फ़ैक्टरी में किया जाता है, इस फ़ैक्टरी के निर्माण में भी यूनिसेफ ने उल्लेखनीय रूप से समर्थन किया था। इसकी वजह से कोत दिव्वार में ईंटों को आयात करने में लगने वाली अतिरिक्त लागतों और संसाधनों की भी बचत होती है। इसके अलावा, प्लास्टिक के कचरे के लिए एक पुनःचक्रण बाजार भी अस्तित्व में आता है, जो खासकर इस क्षेत्र की महिलाओं के लिए आय का एक स्रोत बना है। आसानी से इस्तेमाल की जा सकने वाली प्लास्टिक की ईंटों के साथ कुछ ही दिनों में एक कक्षा का निर्माण किया जा सकता है। पुनःचक्रित सामग्री किफ़ायती होती है और जलवायु संरक्षण में सहयोग करती है: क्योंकि यदि ऐसा नहीं होता तो प्लास्टिक का एक बड़ा हिस्सा जला दिया गया होता और इसकी वजह से जलवायु और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थ उत्पन्न होते।